Wednesday, 8 August 2012

***keep_mailing*** MAINE MUSKURANA NAHI CHODA

                           MAINE MUSKURANA NAHI CHODA

कदम थक गए है दूर निकलना छोड़ दिया है!
पर ऐसा नहीं मैंने चलना छोड़ दिया है!!
फासले अक्सर मोहब्बत बढ़ा देती है!
पर ऐसा नहीं की मैंने करीब आना छोड़ दिया है!!
मैंने चिरोगो से रोशन की है अक्सर अपनी शाम!
पर ऐसा नहीं की मैंने दिल को जलना छोड़ दिया है!!
मैं आज भी अकेला हूँ दुनिया की भीड़ में!
पर ऐसा नहीं की मैंने ज़माना छोड़ दिया है!!
भूलना मुश्किल है जनता हूँ रस्क !
पर ऐसा नहीं की रस्क को यादो में लाना छोड़ दिया!
हा दिख जाती है मायूसी मेरे दोस्तों  को  चेहरो में!
पर ऐसा नहीं की मैंने मुस्कुराना छोड़ दिया है!

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